- Genre:religion
- Sub-genre:Christian Living / Prayer
- Language:Hindi
- Pages:200
- eBook ISBN:9781949399387
Book details
Overview
अन्य भ ाषा में ब ोलने के प्रत ि जैक हैफ़ोर्ड का दृ ष्टिकोण रू ढ़िबद्ध धारणा पर आ धारित नहीं ह ै।
लोग अकसर सोचते ह ैं कि अन्य भाषा में बोलना या तो बड़बड़ करना होता ह ै या फिर भावनात्म क
अतिशयोक्ति होती ह।ै वे सोचते ह ैं कि यह अनोखा, नाटकीय या कभी-कभी सीमा से बाहर होता ह।ै यहाँ तक
कि आत्मा -से-भरे हुए समदु ायों के मध्य में भी, अन्य भाषा के महत्व के विषय में असहमति पाई जाती ह।ै
पास्टर जैक अन्य भाषा को मसीही अनुभव के एक सामान्य अंश के रूप में स्वी कार करने के लि ए एक ठोस
तथ्यों को रखते ह।ैं बाइबल के शब्दों में बुद्धिमानी सहि त वह परमेश्वर के मन के साथ इसकी व्या ख्या करने
के लि ए साम्प्रदायि क सीमाओ ंसे परे चले जाते ह।ैं इस संशोधित और विस्ता रित संस्करण में पास्टर जैक के
अप्रकाशि त 14 अध्याय भी सम् मिलि त कि ए गए ह।ैं
Read moreDescription
अन्य भ ाषा में ब ोलने के प्रत ि जैक हैफ़ोर्ड का दृ ष्टिकोण रू ढ़िबद्ध धारणा पर आ धारित नहीं ह ै।
लोग अकसर सोचते ह ैं कि अन्य भाषा में बोलना या तो बड़बड़ करना होता ह ै या फिर भावनात्म क
अतिशयोक्ति होती ह।ै वे सोचते ह ैं कि यह अनोखा, नाटकीय या कभी-कभी सीमा से बाहर होता ह।ै यहाँ तक
कि आत्मा -से-भरे हुए समदु ायों के मध्य में भी, अन्य भाषा के महत्व के विषय में असहमति पाई जाती ह।ै
पास्टर जैक अन्य भाषा को मसीही अनुभव के एक सामान्य अंश के रूप में स्वी कार करने के लि ए एक ठोस
तथ्यों को रखते ह।ैं बाइबल के शब्दों में बुद्धिमानी सहि त वह परमेश्वर के मन के साथ इसकी व्या ख्या करने
के लि ए साम्प्रदायि क सीमाओ ंसे परे चले जाते ह।ैं इस संशोधित और विस्ता रित संस्करण में पास्टर जैक के
अप्रकाशि त 14 अध्याय भी सम् मिलि त कि ए गए ह।ैं
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