- Genre:religion
- Sub-genre:Christian Living / General
- Language:Hindi
- Pages:200
- eBook ISBN:9781949399301
Book details
Overview
क्या आप अपने वि चारों और
भावनाओं के द्वा रा चला ए जात े हैं?
अगर आपको परिस् थितियों का प्रत्युत्त ्युत्त्युत्त र देना आता तो क्या
आपका जीवन अच्छा बेहतर होता ?
क्या आपका समूह अत्यध िक गहराई के साथ परमेश्वर
के वचन का अध्य यन करना चाहता है?
परमेश्वर का वचन प्रतिज्ञाओं से भरा हुआ है! यह पुस्त क उसकी प्रतिज्ञाओं के अध्य यन की गहराई में जाने के लिए आपके समूह को दिशा निर् देशन देगी।
हमारा पुराना स्व भाव ऐसे वि चारों और भावनाओं से प्रभावित रहता है जो पारिवारिक मूल्य ों, कार ्य, स्वा स्थ्य या प्रलोभनों के कारण उत्प न्न होते हैं। परन्तु ्तु परमेश्वर हमारे आत्मि क वि कास के लिए योजना बनाता है ताकि हम फिर से उस पुराने स्व भाव में भागीदा र न रहें। इसके बजाय हम उसके ईश्वरीय स्व भाव के द्वा रा चला ए जाएं।
बाइबल ऐसे वृत्ता न्त बतात ी है जि नमें लोगों ने अपनी परिस् थितियों के अनुकूल जवाब दिया। विश्वास परिस् थिति के स्था न पर परमेश्वर की प्रतिज्ञाओं के अनुकूल जवाब देने का चुनाव है। यह पुस्त क आपके द्वा रा पवि त्रशास्त्र पढ़ने के तरीके को चुनौती देगी और बाइबल के सम्पर्क में आने का एक नया तरीका सिखाएगी ताकि आप उन्नत ि पाएं।
Read moreDescription
क्या आप अपने वि चारों और
भावनाओं के द्वा रा चला ए जात े हैं?
अगर आपको परिस् थितियों का प्रत्युत्त ्युत्त्युत्त र देना आता तो क्या
आपका जीवन अच्छा बेहतर होता ?
क्या आपका समूह अत्यध िक गहराई के साथ परमेश्वर
के वचन का अध्य यन करना चाहता है?
परमेश्वर का वचन प्रतिज्ञाओं से भरा हुआ है! यह पुस्त क उसकी प्रतिज्ञाओं के अध्य यन की गहराई में जाने के लिए आपके समूह को दिशा निर् देशन देगी।
हमारा पुराना स्व भाव ऐसे वि चारों और भावनाओं से प्रभावित रहता है जो पारिवारिक मूल्य ों, कार ्य, स्वा स्थ्य या प्रलोभनों के कारण उत्प न्न होते हैं। परन्तु ्तु परमेश्वर हमारे आत्मि क वि कास के लिए योजना बनाता है ताकि हम फिर से उस पुराने स्व भाव में भागीदा र न रहें। इसके बजाय हम उसके ईश्वरीय स्व भाव के द्वा रा चला ए जाएं।
बाइबल ऐसे वृत्ता न्त बतात ी है जि नमें लोगों ने अपनी परिस् थितियों के अनुकूल जवाब दिया। विश्वास परिस् थिति के स्था न पर परमेश्वर की प्रतिज्ञाओं के अनुकूल जवाब देने का चुनाव है। यह पुस्त क आपके द्वा रा पवि त्रशास्त्र पढ़ने के तरीके को चुनौती देगी और बाइबल के सम्पर्क में आने का एक नया तरीका सिखाएगी ताकि आप उन्नत ि पाएं।
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